जानिये क्या हैं भाग्य कर्म एवं ज्योतिष !!

हम कर्म के द्वारा सबकुछ कर सकते है फिर ये ज्योतिष और ज्योतिषी की क्या आवश्यकता जब सब कुछ हम अपने से सही कर ले फिर ये ज्योतिष जो कि संसार की सबसे पुरानी विज्ञान एवम बिधा का क्या प्रयोजन ,ये सब तो ढोंग एवम प्रवंचना है और समय की बर्बादी जैसा कि आजकल लोगों में ये गलत अवधारणा इस कदर बैठ गई है दिमाग मे की जो मैं कर रहा हूँ वो सब का कारण एवम परिणाम मैं ही हू ये 9 ग्रह 12 भाव 27 नक्षत्र क्या काम जब सबकुछ अपने से ही कर ले फिर इनकी क्या आवश्यकता ।
Read complete article at: https://www.astrolok.in/index.php/welcome/view_article/36419/

No comments

Powered by Blogger.